Atharva Veda in Hindi - वेद में क्या लिखा है ? | वेदों को कैसे पढ़े ?
अथर्ववेद की भाषा और स्वरूप है कि इस वेद की रचना सबसे बाद में हुई । अथर्ववेद से आयुर्वेद में विश्वास किया जाने लगा था। अनेक प्रकार की चिकित्सा पद्धतियों का वर्णन अथर्ववेद में है। अथर्ववेद गृहस्थाश्रम के अंदर पति-पत्नी के कर्त्तव्यों तथा विवाह के नियमों, मान-मर्यादाओं का उत्तम विवेचन करता है।शाखा
पूर्वोक्त चार शिष्यौंने शुरुमे जितने शिष्यौंको अनुश्रवण कराया वे चरणसमुह कहलाये | प्रत्येक चरणसमुहमे बहुतसे शाखा होते है। और इसी तरह प्रतिशाखा,अनुशाखा आदि बन गए। वेद की अनेक शाखाएं यानि व्याख्यान का तरीका बतायी गयी हैं। ...
संहिता 2. ब्राह्मण 3. आरण्यक
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